नशे से मुक्ति हेतु अमेरिकन फ़ेलोशिप अल्कोहोलिक्स एनोनिमस ने "एक बार में एक दिन" की नई अवधारणा दी जो सबसे सफल साबित हुई है। कहावत है कि एक बार का शराबी हमेशा का शराबी ( once addict always addict ) इस कहावत के अनुसार जो एक बार शराबी हो जाता है तो चाहे उसने कितने भी दिन से नशा बंद कर के रखा हो उसके दुबारा नशा करने की संभावना हमेशा रहती है और उस पर फिर से नशा करने की तलवार लटकती रहती है। हम लोगों के अनुभव बताते है कि नशा बंद करने के 2 साल या 5 साल बाद भी लोग दुबारा नशा कर लेते है इसीलिये एक एडिक्ट को हमेशा यह बात याद रखनी चाहिए है कि वह भी किसी भी दिन दुबारा पी सकता है इसलिए उसे रोज सतर्क रहना चाहिए। इस सतर्कता को बनाये रखने के लिए अल्कोहोलिक्स एनोनिमस ने कहा कि "एक बार में एक दिन" इसके अनुसार हमें अपना नशा बंद करने का कार्यक्रम केवल एक दिन का बनाना है और वो दिन आज का दिन है, हमें केवल आज के दिन अपने नशे को पकड़ के रखना है क्योंकि हम आज भी पी सकते है। हम देखते है कि अधिकतर व्यक्ति कहते है कि अब मैं कभी नही नशा करूँगा तो उसको लगता है कि अब कभी नशा नहीं करना तो आज तो कर लेता हूँ क्योंकि कल से तो हमेशा के लिए बंद कर दूंगा पर कल कभी नहीं आ पाता है, क्योंकि 'कल' एक काल्पनिक दिन है जो कभी नहीं आता है हम कभी नहीं कह सकते कि आज 'कल' है इस कारण लोगों को "कल से बंद कल से बंद" कहते हुए सालों बीत जाते है पर नशा बंद नही होता। इस कार्यक्रम ने कहा कि बस एक दिन 'आज' के दिन बंद और 'आज' कभी नहीं जाता हम हमेशा 'आज' में होते है। केवल आज के दिन बंद करने की अवधारणा की मदद से विश्व में 50 लाख लोग सालों से नशे से दूर है ये लोग कभी नहीं कहते कि हम कभी नही पीयेंगे ये हमेशा कहते है कि हम बस आज नही पीएंगे।
राजीव तिवारी, एडिक्शन काउंसलर।
राजीव तिवारी, एडिक्शन काउंसलर।